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23 Mar 2021 · 1 min read

मेरे दिल का एक टुकड़ा

यह दीवार पर लगा
न कोई चित्र है
न ही उसके झड़ते पेंट से
उभरती कोई आकृति
यह मेरे दिल का एक
टुकड़ा है
आसमान के
बादल के ही एक टुकड़े की
तरह
जो अपने घर की दीवार का
पता तलाश रहा है
आसमान से ही बिछड़े हुए
उसके बादल के
एक टुकड़े की तरह।

मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001

Language: Hindi
306 Views
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