मेरे चाहने वालों की तादात ना पूँछों।
मेरे चाहने वालों की तादात ना पूँछों।
ज़िन्दगी का मुझसे हिसाब ना पूँछों।।1।।
खरीद लूँगा मैं तुमको भी यूँ जड़ से।
मुझसे मेरी कमाई जायदाद ना पूँछों।।2।।
मिलने को मिल लेंगे हम तुमसे यहाँ।
पर मिलने की मुझसे म्याद ना पूंछो।।3।।
मेरी ये इबादत है तन्हाई में खुदा की।
मुझसे मेरी की हुई फरियाद ना पूँछों।।4।।
वह होगा पैसे वाला इससे मुझे क्या।
पर मुझसे भी मेरी औकात ना पूंछो।।5।।
आजकल रहता हूं मैं बड़ा ही शोख।
मुझसे मेरे दिल के जज्बात ना पूंछो।।6।।
होता नही किसी का इश्क मुकम्मल।
मुझसे मेरी यूँ हर एक बात ना पूंछो।।7।।
बता ना पाऊंगाअपनी चाहत को मैं।
मुझसे यूँ मेरे इश्के सरकार ना पूँछों।।8।।
जुदा हो गया था जोयूँ अरसा पहले।
मुझसे उसके अब हालचाल ना पूँछों।।9।।
थोड़ा अदब रखो घर की लड़कियों।
दुल्हन से बीती पहली रात ना पूँछों।।10।।
गुरबत में कट रही उसकी ज़िन्दगी।
अब उससे उसके हालात ना पूँछो।।11।।
गर बात है खुद तक तो वह राज है।
राज की खातिर यूँ हर बात ना पूँछों।।12।।
क्या उसको पसंद है मेरा यह साथ।
कोई जाकर उससे ये बात तो पूँछों।।13।।
ताज मोहम्मद
लखनऊ