Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Jan 2019 · 1 min read

मेरे ख्यालात…

रिश्तों में मिठास रहे हरदम कुछ ऐसे ख्यालात रखता हूं ।
किसी के दिल को ठेस ना लगे काबू जज़्बात रखता हूं ।
अपनी ख्वाहिशों को दबा के सीने में रखता हूं अंदाज़ से ,
बस दो लम्हों में सिमट जाए वो लंबी मुलाक़ात रखता हूं ।
इश्क़, फरेब, नशा, बगावत नहीं है मेरे जेहन के कोने में ,
मस्त फ़कीर की दुआ सी बड़ी अपनी औकात रखता हूं ।
जरूरी नहीं मैं हर किसी के दिल का रोशन चिराग़ बनूं ,
जुगनूओं के जगमग शहर की तमस भरी रात रखता हूं ।
आज कल दूरियां बढ़ गई है अपनेपन के झूठे लिबास में ,
कुछ परायों की भीड़ में अपनों की पूरी ज़मात रखता हूं ।
सुशील कुमार सिहाग ‘रानू’
चारणवासी, नोहर, हनुमानगढ़, राजस्थान

Language: Hindi
4 Likes · 349 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
चले हैं छोटे बच्चे
चले हैं छोटे बच्चे
कवि दीपक बवेजा
सबक
सबक
manjula chauhan
भूतल अम्बर अम्बु में, सदा आपका वास।🙏
भूतल अम्बर अम्बु में, सदा आपका वास।🙏
संजीव शुक्ल 'सचिन'
स्वाल तुम्हारे-जवाब हमारे
स्वाल तुम्हारे-जवाब हमारे
Ravi Ghayal
बहें हैं स्वप्न आँखों से अनेकों
बहें हैं स्वप्न आँखों से अनेकों
सिद्धार्थ गोरखपुरी
3243.*पूर्णिका*
3243.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
विज्ञान का चमत्कार देखो,विज्ञान का चमत्कार देखो,
विज्ञान का चमत्कार देखो,विज्ञान का चमत्कार देखो,
पूर्वार्थ
■ आज ऐतिहासिक दिन
■ आज ऐतिहासिक दिन
*Author प्रणय प्रभात*
वक़्त सितम इस तरह, ढा रहा है आजकल,
वक़्त सितम इस तरह, ढा रहा है आजकल,
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
यह कौन सा विधान हैं?
यह कौन सा विधान हैं?
Vishnu Prasad 'panchotiya'
राम जपन क्यों छोड़ दिया
राम जपन क्यों छोड़ दिया
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
बर्फ़ीली घाटियों में सिसकती हवाओं से पूछो ।
बर्फ़ीली घाटियों में सिसकती हवाओं से पूछो ।
Manisha Manjari
నీవే మా రైతువి...
నీవే మా రైతువి...
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
बड़े इत्मीनान से सो रहे हो,
बड़े इत्मीनान से सो रहे हो,
Buddha Prakash
*सत्य*
*सत्य*
Shashi kala vyas
स्थितिप्रज्ञ चिंतन
स्थितिप्रज्ञ चिंतन
Shyam Sundar Subramanian
ग़ज़ल /
ग़ज़ल /
ईश्वर दयाल गोस्वामी
भाई
भाई
Kanchan verma
प्यार
प्यार
Anil chobisa
मैं ना जाने क्या कर रहा...!
मैं ना जाने क्या कर रहा...!
भवेश
यही सच है कि हासिल ज़िंदगी का
यही सच है कि हासिल ज़िंदगी का
Neeraj Naveed
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
*बाल गीत (सपना)*
*बाल गीत (सपना)*
Rituraj shivem verma
* काव्य रचना *
* काव्य रचना *
surenderpal vaidya
*रोना-धोना छोड़ कर, मुस्काओ हर रोज (कुंडलिया)*
*रोना-धोना छोड़ कर, मुस्काओ हर रोज (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
Arj Kiya Hai...
Arj Kiya Hai...
Nitesh Kumar Srivastava
आजकल कल मेरा दिल मेरे बस में नही
आजकल कल मेरा दिल मेरे बस में नही
कृष्णकांत गुर्जर
आप मुझको
आप मुझको
Dr fauzia Naseem shad
हार मानूंगा नही।
हार मानूंगा नही।
Rj Anand Prajapati
मैं गलत नहीं हूँ
मैं गलत नहीं हूँ
Dr. Man Mohan Krishna
Loading...