** मेरे खुदा **
** ** ** **
ए मेरे खुदा तू मुझे अब
इस दुनिया से उठा ले
अब ना बचा कुछ मेरे पास
के तू अपना कर्ज़ चुका ले
मैं खुद से क्या मांगू
मैं तो तुझे ही खुदा मानता हूं
क्या दुआ करूं किसी से
मैं तो तुझे ही दुआ मानता हूं
माना कि यह सब नहीं था
अपने नसीब में
पर मैं अपने नसीब से ज्यादा
तेरे नसीब को मानता हूं
जिंदगी दी है उस खुदा ने
तू मेरी जिंदगी क्यों लेना चाहता है
कुछ नहीं है मेरे पास इस जिंदगी में
ओर तू मेरा सब कुछ लेना चाहता है
मैं हँसता नही हूं
ओर तू मुझे रुलाना चाहता है
हे ये दिल बैचेन कितना
ओर तू इस दिल को ही छिन्ना चाहता है
** ** ** **
Swami Ganganiya