Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 May 2024 · 1 min read

मेरे कफन को रहने दे बेदाग मेरी जिंदगी

लगने दे इस दिल में चाहे आग मेरी जिंदगी
मेरे कफन को तूँ रहने दे बेदाग मेरी जिंदगी
जिंदगी में अब रहा है क्या सुनाने के लिए
मौत भी आ जाए तो मत भाग मेरी जिंदगी

अब जनाजा निकले मेरा तो भी कोई गम नहीं
होंगे खुश सुनके यही वो इस जहां में हम नहीं
जिंदगी में अब रहा है क्या मुस्कुराने के लिए
मिट गए अरमान और सब ख्वाब मेरी जिंदगी

बन गई थी एक हिस्सा ये जिंदगी संगीत का
याद आता है वो लिखना और गाना गीत का
जिंदगी में अब रहा क्या गुनगुनाने के लिए
हो चुका संगीत ही जब बर्बाद मेरी जिंदगी

अपना समझा था जिन्हें चल दिए मुंह मोड़ कर
गम में डूबा रहता है दिल महफिलों को छोड़कर
जिंदगी में अब रहा क्या दिल बहलाने के लिए
“V9द” बस तन्हाईयां है अब साथ मेरी जिंदगी

स्वरचित
V9द चौहान

2 Likes · 95 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from VINOD CHAUHAN
View all
You may also like:
पाती प्रभु को
पाती प्रभु को
Saraswati Bajpai
"अहमियत"
Dr. Kishan tandon kranti
अटल सत्य संसार का,
अटल सत्य संसार का,
sushil sarna
मन हर्षित है अनुरागमयी,इठलाए मौसम साथ कई।
मन हर्षित है अनुरागमयी,इठलाए मौसम साथ कई।
पूर्वार्थ
जब बचपन में स्कूल की कॉपी में Good या A मिलता था, उसकी ख़ुशी
जब बचपन में स्कूल की कॉपी में Good या A मिलता था, उसकी ख़ुशी
Lokesh Sharma
जितनी तेजी से चढ़ते हैं
जितनी तेजी से चढ़ते हैं
Dheerja Sharma
ग़म हमें सब भुलाने पड़े।
ग़म हमें सब भुलाने पड़े।
पंकज परिंदा
कैसे देखनी है...?!
कैसे देखनी है...?!
Srishty Bansal
हमको भी सलीक़ा है लफ़्ज़ों को बरतने का
हमको भी सलीक़ा है लफ़्ज़ों को बरतने का
Nazir Nazar
*बादल (बाल कविता)*
*बादल (बाल कविता)*
Ravi Prakash
आओ बाहर, देखो बाहर
आओ बाहर, देखो बाहर
जगदीश लववंशी
* सुन्दर फूल *
* सुन्दर फूल *
surenderpal vaidya
जाम सिगरेट कश और बस - संदीप ठाकुर
जाम सिगरेट कश और बस - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
।। मतदान करो ।।
।। मतदान करो ।।
Shivkumar barman
कोई मरहम
कोई मरहम
Dr fauzia Naseem shad
स्मृति
स्मृति
Neeraj Agarwal
सबसे प्यारा माॅ॑ का ऑ॑चल
सबसे प्यारा माॅ॑ का ऑ॑चल
VINOD CHAUHAN
जरूरी तो नहीं - हरवंश हृदय
जरूरी तो नहीं - हरवंश हृदय
हरवंश हृदय
राह इनको दिखाने वाले
राह इनको दिखाने वाले
gurudeenverma198
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
4486.*पूर्णिका*
4486.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
#कामयाबी
#कामयाबी
Radheshyam Khatik
" कृषक की व्यथा "
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
अंग प्रदर्शन करने वाले जितने भी कलाकार है उनके चरित्र का अस्
अंग प्रदर्शन करने वाले जितने भी कलाकार है उनके चरित्र का अस्
Rj Anand Prajapati
रोटी
रोटी
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
किसने कहा कि हँसते हुए चेहरे हमेशा खुशनुमा रहते हैं
किसने कहा कि हँसते हुए चेहरे हमेशा खुशनुमा रहते हैं
Rekha khichi
😊आज का दोहा😊
😊आज का दोहा😊
*प्रणय*
इंतज़ार करने की लत
इंतज़ार करने की लत
Chitra Bisht
कब तक अंधेरा रहेगा
कब तक अंधेरा रहेगा
Vaishaligoel
नफरतों से अब रिफाक़त पे असर पड़ता है। दिल में शक हो तो मुहब्बत पे असर पड़ता है। ❤️ खुशू खुज़ू से अमल कोई भी करो साहिब। नेकियों से तो इ़बादत पे असर पड़ता है।
नफरतों से अब रिफाक़त पे असर पड़ता है। दिल में शक हो तो मुहब्बत पे असर पड़ता है। ❤️ खुशू खुज़ू से अमल कोई भी करो साहिब। नेकियों से तो इ़बादत पे असर पड़ता है।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
Loading...