मेरे अल्फ़ाज़ और ख्याल
1. रुखसत हो गया हूं मैं जमाने से,
प्रसन्नता नहीं मिलती दिखाने से।
क्या कहते हो दौलत ही शोहरत है,
शोहरत मिलती है नाम कमाने से.
© Abhishek Shrivastava ‘Shivaji’
2. सजा ए मोहब्बत का देकर हम किधर जाएंगे,
आप कह दो बस एक बार हम बिखर जाएंगे
© Abhishek Shrivastava “shivaji”
3. थे हम मसरूफ अपनी जिंदगी में, तुमसे मिले तो जिंदगी वाहियात हो गई,
डरते थे सदा जिन बातों से, आंखें मिली तुमसे और वही बात हो गई..
अभिषेक श्रीवास्तव “शिवाजी”