मेरी ये पंक्तियां
मेरी ये पंक्तियां मेरी जिंदगी को गुनगुनाती हैं
मेरी ये पंक्तियां मेरे हौसलों को उड़ान देती हैं …..
मेरी ये पंक्तियां मेरे मां-बाप के संघर्षों के साथ
त्यागों और दुलार का बखान करती हैं
उनकी उम्मीदों को मेरा आत्म-विश्वास बनाती हैं …..
मेरी ये पंक्तियां मेरे जज्बातों को
अल्फाजों में बयां करती हैं
मेरी जिंदगी की कहानी सुनाती हैं …..
मेरी पंक्तियां मुझे एहसास दिलाती है
मुझे हर पल कुछ नया सिखाती है
मेरी ये पंक्तियां मेरी जिंदगी को गुनगुनाती हैं …..
– कृष्ण सिंह
मेरे बारे में….
मेरा नाम “कृष्ण सिंह” है । मैं सरकारी जॉब में हूँ । हरियाणा के रेवाड़ी जिले के छोटे से गांव में रहता हूँ । कविता अपने लिये लिखता हूं, लेकिन औरों से बाटने में आनन्द की अनुभूति होती है । प्रथम कविता 02 फरवरी 2022 में अमर उजाला अखबार के “मेरे अल्फ़ाज़” ब्लॉग में “कुछ कहने का दिल है आज बहुत दिनों के बाद” शीर्षक से प्रकाशित हुई है। तभी से लिखने की एक नई दिशा मिली हैं । आपके अमुल्य प्रतिकिया के सदैव इन्तजार में… कृष्ण सिंह’…. आप मुझसे बात यहाँ कर सकते …. आप चाहे तो अपना नाम और e-mail id भी दे सकते है ।