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26 Mar 2020 · 1 min read

मेरी याद

क्या मेरी याद में तकिया पकड़ के वो सारी रात सोया होगा
तनहाई के आलम में क्या याद मुझे कर के वो भी रोया होगा
चुपके सिरहाने अपने क्या विसाल के सपने रख कर सोया होगा
वो जो एक शख्स है न सपने में भी बिछड़ कर मुझ से रोया होगा
जाने उस के मन आंगन में मेरे नाम का फूल खिला होगा या मरा होगा
~ पुर्दिल सिद्धार्थ

Language: Hindi
2 Likes · 282 Views
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