मेरी मां
वो जो समझती है
आज भी बच्चा मुझे
मैं क्या क्या बताऊं
उसके बारे में तुझे ।।
जन्म दिया जिसने
बड़ा किया जिसने
मैं क्या क्या बताऊं
उसके बारे में तुझे ।।
भगवान से भी
बढ़कर है वो
देके जन्म हमें
लालन पालन
भी करती है वो ।।
जीवन का आधार है
मां शब्द नहीं संसार है
ममता और त्याग का
वो अक्षय भंडार है ।।
जब तक मां का
साया रहता है
मुश्किलों से एक
कवच रहता है
मां बिन जीवन
कहां स्वर्ग रहता है ।।
चाहे जो भी मिले
पहले बच्चों को देती है
खुद भूखा रह कर
बच्चों का पेट भरती है ।।
जब होते बच्चे बड़े
मां फिर भी नहीं बदलती
जब तक वो घर ना आए
मां करवट नहीं बदलती ।।
ये मेरी ही नहीं दुनिया की सभी
माताओं की खास निशानी है
कितनी भी मुश्किल में हो स्वयं
फिर भी बच्चों की चिंता करती है ।।