“मेरी प्यारी दादी माँ “
हर बात पर दादी दादी बोलने की आदत,
तुम्हारे रूठ जाने पर तुम्हे मनाने की चाहत !!
माँ की मार से बचने के लिए तुम्हारे पीछे छुपने की आदत,
आज भी किसी मेले में खिलौने के लिए तुमसे जिद करने की चाहत !!
तुम्हारी आवाज में अपनी हिम्मत खोजने की आदत,
तुम्हारी आँखों में अपने लिए प्यार देखने की चाहत !!
तुम्हारे लिए मेरी वो जीतने की आदत,
तुम्हारे सपनो की दुनिया में फिर से जाने की चाहत !!
तुमसे वो कहानियां सुनने की आदत,
तुम्हारे पास सोने के लिए भाइयों से लड़ने की चाहत !!
तुम्हे हद से भी ज्यादा परेशान करने की आदत,
तुम्हे भगवान से छीनकर वापस लाने की चाहत !!
यूँ तो कई चेहरे रहते है आस पास मेरे ,
फिर भी कई बार खुद को अकेला पाता हु मैं,
तुम्हे आज भी अपने हौसले में जिन्दा पाता हु मैं !!