मेरी परछाई तू कभी
मेरी परछाई
तू कभी मेरा साथ
मत छोड़ना
चाहे अंधेरा हो या
उजाला
तू कभी मेरा हाथ
मत छोड़ना
मेरा हाथ थामे रखना
मेरे दिल का ख्याल रखना
मुझे सम्भाले रखना
मेरी भावनाओं का
सम्मान करना
मुझे ठोकर लगकर
गिरने से बचाना
हर बाधा से मुझे बचाना
मेरा रास्ता
मेरी मंजिल
मेरी हिम्मत
मेरा विश्वास
मेरा जीवन
मेरी पूजा
मेरा दर्पण
मेरी सुगन्ध
मेरी ज्योत
मेरा श्रृंगार बनना
मैं जो कहूं तू बस
वो करना
मुझे कभी दगा न
देना
मेरी मोहब्बत
मेरी चाहत
मेरी हमकदम
मेरी हमसफर
मेरी दोस्त बनना।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001