मेरी नजरें खोजती है जिसको।
मेरी नजरें खोजती है जिसको,
किधर है मेरी नूरजहां,
इत्र की खुशबू संदेशा दे,
डूबा है गहरे प्यार में आज,
शहजादी मेरे हृदय की,
बंजर सा जीवन मेरा,
प्यार का पुष्प पुलकित हो,
खत्म हो इंतजार मेरा।
मेरी नजरें खोजती है जिसको,
छू ले हृदय के एहसास को,
सावन के बादल सा बरसे,
बरिश की बूंदो सा प्यार तेरा,
प्यासा मन तृप्ति पा कर,
मन नाचे मोर यूँ करें इजहार तेरा,
प्रिय में डूब जाऊ करुँ प्यार सदा।
मेरी नजरें खोजती है जिसको,
उसकी मुस्कुराहट से मिले खुशी उल्लास,
आँसू छलके खुशियों की बस,
भावुक जिन्दगी दे हर तेरे सवाल का जबाब,
हुई नहीं मुलाकात जिससे,
मिलने न दिया मुझको भी मुझसे से,
खो गया हूँ खोज में खोजते हुए उसको।
रचनाकार-
बुद्ध प्रकाश,
मौदहा हमीरपुर।