मेरी जिन्दगी का नशेमन
जिन्दगी में
कभी
पल दो पल की राहत
किसी के लिए
दिल में चाहत और
अपने लिए फुरसत
मिलती है तो
बस हाथ में
एक चाय का कप
पकड़कर
खयालों का धुआं
उड़ाते
चाय का घूंट भरते
इस सदाबहार दोस्त के
साथ ही
यह अपना रंग
कभी नहीं बदलता
हमेशा मीठा,
गुनगुनाता,
लहलहाता,
लहराता,
कड़क, गर्म,
महकती खुशबू से लबरेज
और न जाने
क्या क्या
इतनी खूबियों से भरा
यह चाय का
एक कप
मेरी जिन्दगी का
नशेमन इसका हर एक
नशीला कश।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001