मेरी जिंदगी का एक और साल कम हुआ ।।
मेरी जिंदगी का एक और साल कम हुआ ,
देखते – देखते २०२० साल भी खत्म हुआ ।।
सभी इच्छाएं और जरूरतों को मन में पालते है ,
पर कभी खुद के लिए वक्त नहीं निकालते है ।।
एक जिम्मेदारी पूरा नहीं होता हैं ,
कि दूसरा सामने आ जाता है ।।
अब तो मन भी पूरी तरह से टूट गया ,
सारी इच्छाएं कहीं पीछे छूट गया ।।
जाने वाले तो बस यादों में रह गए ,
उनकी यादों में हम खुद को भुला गए ।।
कुछ पल खुशियों का एहसास होता है ,
ये मन है जनाब , फिर उदास होता है ।।
– Manisha kushwaha