मेरी कविता मेरी माँ
माँ ज़िन्दगी का हिस्सा हैं,माँ का प्यार चाय की प्याली के जैसा, मीठा हैं,माँ कोमल हैं,माँ ममता की प्यारी हैं, माँ जीवन हैं,माँ सुनहरे से जीवन का सुनहरा सा हिस्सा हैं,माँ अनमोल हैं, माँ कीमती हैं,माँ मधूर हैं,माँ का प्यार सच्चा प्यार हैं,माँ ज़िन्दगी का बहुत बड़ा हिस्सा हैं,माँ की गोद लोरियों की सुन सबसे प्यारी न्यारी हैं,माँ एक ज़िन्दगी का सबसे अनमोल खज़ाना हैं,माँ के बिना हर पल सुना सुना हैं,माँ के बिना सब कुछ अधूरा अधूरा हैं,
माँ निर्गुण, कोमल,शीतल,चंचल हैं,माँ सुनहरे से जीवन की सुनहरी सी घर की ममता हैं,माँ का प्यार बहुत सच्चा बहुत अच्छा हैं,माँ हरेभरें आँगन की हरिभरी खूबसूरत सी जननी हैं,माँ की गोद ही ममता की छायाँ हैं,माँ के बिन सब कुछ अधूरा हैं,माँ का साथ बहुत कीमती बहुत अनमोल हैं,माँ सुख दुःख का साथ साथ हैं,
माँ आदर सम्मान हैं,माँ का साथ माँ का प्यार जीवन का सबसे बड़ा कीमती अनमोल हैं, माँ सरस्वती हैं, माँ का प्रेम जीवन अनमोल हैं, माँ मेरे लिए बहुत अनमोल हैं,माँ अच्छी दोस्त, अच्छी सहेली, अच्छी तरह से सबको संभालती हैं, हँसते रोते, उठते बैठते, खाते पीते, माँ बहुत बहुत अनमोल हैं,माँ जीवन का जीवन ही सबसे बड़ा संसार हैं,माँ के बिना सबकुछ अधूरा हैं!