मेरी कलम
मेरी ताक़त
मेरी क़लम है!
मेरी हिम्मत
मेरी क़लम है!
मेरी दौलत
मेरी क़लम है!
मेरी इज्ज़त
मेरी क़लम है!
मेरी शोहरत
मेरी क़लम है!
मेरी हैसियत
मेरी क़लम है!
मेरी हक़ीक़त
मेरी क़लम है!
मेरी कुदरत
मेरी क़लम है!
Shekhar Chandra Mitra
#SelfCriticism