Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Apr 2017 · 1 min read

मेरी कलम से …..

१.उसका दिल, दिल नहीं, रेत का मैदान निकला।
कई बार लिखा नाम अपना,हर बार मिटा देती हैं॥

२.मुझें तैरना नहीं आता और उसे डूबना…।
मोहब्बत में इरादो का, मगर मिलना जरुरी है॥

३.बहुत गुमान था उसे अपने पत्थर दिल होने का।
मैं उसी पत्थर पर अपना नाम लिख आया हूँ॥

४.तुझें जहाँ जाना है, चली जा… तेरी मर्जी।
मगर लौट कर, जिन्दगी में तुझें जगह दूँगा, मुझसे उम्मीद मत करना॥

Language: Hindi
Tag: शेर
1 Like · 823 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
***
*** " पापा जी उन्हें भी कुछ समझाओ न...! " ***
VEDANTA PATEL
कचनार kachanar
कचनार kachanar
Mohan Pandey
■ 24 घण्टे चौधराहट।
■ 24 घण्टे चौधराहट।
*Author प्रणय प्रभात*
गौरी।
गौरी।
Acharya Rama Nand Mandal
ये मेरा हिंदुस्तान
ये मेरा हिंदुस्तान
Mamta Rani
"लक्ष्य"
Dr. Kishan tandon kranti
गीत
गीत
Kanchan Khanna
*चुनावी कुंडलिया*
*चुनावी कुंडलिया*
Ravi Prakash
2586.पूर्णिका
2586.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
🥀 *अज्ञानी की कलम*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
Trying to look good.....
Trying to look good.....
सिद्धार्थ गोरखपुरी
गाडगे पुण्यतिथि
गाडगे पुण्यतिथि
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
ज़िदादिली
ज़िदादिली
Shyam Sundar Subramanian
वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई
वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
वह तोड़ती पत्थर / ©मुसाफ़िर बैठा
वह तोड़ती पत्थर / ©मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
19. कहानी
19. कहानी
Rajeev Dutta
वो सुहाने दिन
वो सुहाने दिन
Aman Sinha
नादानी
नादानी
Shaily
बोध
बोध
Dr.Pratibha Prakash
मंज़र
मंज़र
अखिलेश 'अखिल'
रक्षा बंधन
रक्षा बंधन
विजय कुमार अग्रवाल
* इंसान था रास्तों का मंजिल ने मुसाफिर ही बना डाला...!
* इंसान था रास्तों का मंजिल ने मुसाफिर ही बना डाला...!
Vicky Purohit
*जीवन्त*
*जीवन्त*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
प्रेम
प्रेम
Ranjana Verma
चाय में इलायची सा है आपकी
चाय में इलायची सा है आपकी
शेखर सिंह
जिसकी बहन प्रियंका है, उसका बजता डंका है।
जिसकी बहन प्रियंका है, उसका बजता डंका है।
Sanjay ' शून्य'
#विषय --रक्षा बंधन
#विषय --रक्षा बंधन
rekha mohan
जीवन है आँखों की पूंजी
जीवन है आँखों की पूंजी
Suryakant Dwivedi
मन डूब गया
मन डूब गया
Kshma Urmila
"काहे का स्नेह मिलन"
Dr Meenu Poonia
Loading...