मेरी आंखों में…
मेरी आंखों में, एक
अधूरा सा ख्वाब है।
हर वक्त अब जेहन में,
तुम्हारा ही ख्याल है।
जीवन में विरानगी
का मंजर था हर तरफ,
तेरे आगमन से मौसम
में हर तरफ जमाल है।
महसूस करता हूँ तुझे,
आते-जाते अपनी सासों में।
जैसे मेरे जीवन में तूं ही
एक खिलता हुआ गुलाब है।
-के के राजीव