मेरी अलमारी
कितनी सुंदर है अलमारी
रंगत इसकी कितनी प्यारी
ये काम हमेशा आती है
घर की शोभा बढ़ जाती है
इसके अंदर कपड़े भरते
ऊपर फूल सजाया करते
बोझा भी कितना सहती है
फिर भी हरदम चुप रहती है
कपड़ों का भी रखती है ध्यान
हम पर इसके कितने एहसान
© अरशद रसूल