मेरी अभिलाषा
ओ मिलेगी सूरज की किरणों में,
ओ मिलेगी चाँद तारों में,
ये मेरे दिल की आशा है
ओ मिल जाये बस एक बार मुझे,
ये मेरे दिल की अभिलाषा है।
ओ रहती है मेरी यादों में,
ओ रहती है मेरे ख्वाबों में,
ओ रहती है धड़कन में,
ओ रहती है सांसो में,
समुन्द्र में सागर के होते हुए
फिर समुन्द्र क्यों प्यासा है,
ओ मिल जाये बस एक बार मुझे
ये मेरे दिल की अभिलाषा है।
ओ रहती है बहारों में
ओ रहती है एक हजारों में,
ओ रहती है निगाहों में
ओ रहती है दुआओं में,
हर जीवन में सिर्फ उनका ही साथ मिले,
ये मेरी अभिलाषा है।