Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Jun 2024 · 1 min read

मेरा साया ही

मेरा साया ही
बस मेरा हमसाया है
हाथ थामने वाले तो
कब का छोड़ गए

घण्टों बातें करने वाले
वायदा तो कब का तोड़ गए
बस फ़ितरत की बात है
अब तो शर्म से आँखें भी नहीं झुकतीं

दगा देते वो ख़ुद हैं
दाग़ दमन पे आपके
लगा जाते हैं

अतुल “कृष्ण”

1 Like · 15 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Atul "Krishn"
View all
You may also like:
नाही काहो का शोक
नाही काहो का शोक
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
*महाराज श्री अग्रसेन को, सौ-सौ बार प्रणाम है  【गीत】*
*महाराज श्री अग्रसेन को, सौ-सौ बार प्रणाम है 【गीत】*
Ravi Prakash
दिल को तेरी
दिल को तेरी
Dr fauzia Naseem shad
विकास की जिस सीढ़ी पर
विकास की जिस सीढ़ी पर
Bhupendra Rawat
rain down abundantly.
rain down abundantly.
Monika Arora
19)”माघी त्योहार”
19)”माघी त्योहार”
Sapna Arora
महानगर की जिंदगी और प्राकृतिक परिवेश
महानगर की जिंदगी और प्राकृतिक परिवेश
कार्तिक नितिन शर्मा
तुम वादा करो, मैं निभाता हूँ।
तुम वादा करो, मैं निभाता हूँ।
अजहर अली (An Explorer of Life)
वक़्त ने किया है अनगिनत सवाल तपते...
वक़्त ने किया है अनगिनत सवाल तपते...
सिद्धार्थ गोरखपुरी
जूते व जूती की महिमा (हास्य व्यंग)
जूते व जूती की महिमा (हास्य व्यंग)
Ram Krishan Rastogi
दो शे'र
दो शे'र
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
कोई भी मोटिवेशनल गुरू
कोई भी मोटिवेशनल गुरू
ruby kumari
(12) भूख
(12) भूख
Kishore Nigam
लगाकर मुखौटा चेहरा खुद का छुपाए बैठे हैं
लगाकर मुखौटा चेहरा खुद का छुपाए बैठे हैं
Gouri tiwari
हमने तूफानों में भी दीपक जलते देखा है
हमने तूफानों में भी दीपक जलते देखा है
कवि दीपक बवेजा
काश तुम ये जान पाते...
काश तुम ये जान पाते...
डॉ.सीमा अग्रवाल
फागुन की अंगड़ाई
फागुन की अंगड़ाई
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
कुछ जवाब शांति से दो
कुछ जवाब शांति से दो
पूर्वार्थ
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
🙅🤦आसान नहीं होता
🙅🤦आसान नहीं होता
डॉ० रोहित कौशिक
- शेखर सिंह
- शेखर सिंह
शेखर सिंह
!!!! सबसे न्यारा पनियारा !!!!
!!!! सबसे न्यारा पनियारा !!!!
जगदीश लववंशी
हर किसी का कर्ज़ चुकता हो गया
हर किसी का कर्ज़ चुकता हो गया
Shweta Soni
क़ाफ़िया तुकांत -आर
क़ाफ़िया तुकांत -आर
Yogmaya Sharma
ना जाने
ना जाने
SHAMA PARVEEN
Ghazal
Ghazal
shahab uddin shah kannauji
मेरा एक छोटा सा सपना है ।
मेरा एक छोटा सा सपना है ।
PRATIK JANGID
प्रभु का प्राकट्य
प्रभु का प्राकट्य
Anamika Tiwari 'annpurna '
बैठे-बैठे यूहीं ख्याल आ गया,
बैठे-बैठे यूहीं ख्याल आ गया,
Sonam Pundir
2494.पूर्णिका
2494.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
Loading...