Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Mar 2017 · 1 min read

मेरा सफर

जब भी हम सफर में जाया करते हैं,
हर बार कुछ नया पाया करते हैं,
आज देखा एक बूढी औरत को इतना लाचार,
न थी पैरों में चप्पल न था कोई घर बार,
सोचा रुक कर पूछू उनसे एक सवाल,
पास जाकर पता चला की उनके पास तो थी ही नहीं आवाज,
कितना बेबस था उन बूढी माँ का संसार,
जिनके जीवन में ग़मों की थी बौछार,
उनकी इतनी तकलीफ देखकर हम कुछ भी न कह पाए,
मगर घर आकर एक पल भी सुकून से न रह पाए,
बार बार उनका बेबस चेहरा आखो में आता था,
और उनके साथ कुछ न करने का गम मुझे खाता था,
उस दिन से आज तक जब भी हम सफर में जाते हैं,
कुछ जोड़ी चप्पल और कुछ कपडे साथ में ले जाते हैं,
मांगता नही वो कभी जिसमे होता है स्वाभिमान,
और हम ऐसे लोगो को न देकर गिराते हैं अपना ईमान,
मदद करो सबकी इससे आपका कुछ नही जायेगा,
शायद घर आकर आपको थोड़ा सा सुकून जरूर मिल जायेगा,RASHMI SHUKLA

Language: Hindi
Tag: लेख
494 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from RASHMI SHUKLA
View all
You may also like:
*कृपा कर दो हे बाबा श्याम, खाटू के सहारे हैं (भजन)*
*कृपा कर दो हे बाबा श्याम, खाटू के सहारे हैं (भजन)*
Ravi Prakash
सनातन के नाम पर जो स्त्रियों पर अपने कुत्सित विचार रखते हैं
सनातन के नाम पर जो स्त्रियों पर अपने कुत्सित विचार रखते हैं
Sonam Puneet Dubey
समझ ना पाया अरमान पिता के कद्र न की जज़्बातों की
समझ ना पाया अरमान पिता के कद्र न की जज़्बातों की
VINOD CHAUHAN
किसी की याद में आंसू बहाना भूल जाते हैं।
किसी की याद में आंसू बहाना भूल जाते हैं।
Phool gufran
शेर बेशक़ सुना रही हूँ मैं
शेर बेशक़ सुना रही हूँ मैं
Shweta Soni
उम्र ज्यादा नहीं है,
उम्र ज्यादा नहीं है,
Umender kumar
जब मुझको कुछ कहना होता अंतर्मन से कह लेती हूं ,
जब मुझको कुछ कहना होता अंतर्मन से कह लेती हूं ,
Anamika Tiwari 'annpurna '
आज के लिए कम सोचो
आज के लिए कम सोचो
Ajit Kumar "Karn"
आज कल सोशल मीडिया में सकारात्मक भंगिमा को स्वीकारते नहीं हैं
आज कल सोशल मीडिया में सकारात्मक भंगिमा को स्वीकारते नहीं हैं
DrLakshman Jha Parimal
A Hopeless Romantic
A Hopeless Romantic
Vedha Singh
हर ख़ुशी तुम पे वार जायेंगे।
हर ख़ुशी तुम पे वार जायेंगे।
Dr fauzia Naseem shad
#गुरु ही साक्षात ईश्वर (गुरु पूर्णिमा पर्व की अनंत हार्दिक श
#गुरु ही साक्षात ईश्वर (गुरु पूर्णिमा पर्व की अनंत हार्दिक श
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
धूप निकले तो मुसाफिर को छांव की जरूरत होती है
धूप निकले तो मुसाफिर को छांव की जरूरत होती है
कवि दीपक बवेजा
प्रतिध्वनि
प्रतिध्वनि
पूर्वार्थ
!! चहक़ सको तो !!
!! चहक़ सको तो !!
Chunnu Lal Gupta
✍️ रागी के दोहे ✍️
✍️ रागी के दोहे ✍️
राधेश्याम "रागी"
"मुफलिसी"
Dr. Kishan tandon kranti
वो सफ़र भी अधूरा रहा, मोहब्बत का सफ़र,
वो सफ़र भी अधूरा रहा, मोहब्बत का सफ़र,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
Let love shine bright
Let love shine bright
Monika Arora
जीत जुनून से तय होती है।
जीत जुनून से तय होती है।
Rj Anand Prajapati
Oppressed life
Oppressed life
Shyam Sundar Subramanian
श्री कृष्ण जन्माष्टमी
श्री कृष्ण जन्माष्टमी
Dr.Pratibha Prakash
Quote
Quote
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
प्यार जताना नहीं आता ...
प्यार जताना नहीं आता ...
MEENU SHARMA
क्यों हो गया अब हमसे खफ़ा
क्यों हो गया अब हमसे खफ़ा
gurudeenverma198
3303.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3303.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
जगत कंटक बिच भी अपनी वाह है |
जगत कंटक बिच भी अपनी वाह है |
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
दोहा- छवि
दोहा- छवि
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
हार गए तो क्या हुआ?
हार गए तो क्या हुआ?
Praveen Bhardwaj
■ आज का चिंतन
■ आज का चिंतन
*प्रणय*
Loading...