मेरा सदग्रंथ.…….सौदा-ए-जज्बात
चाहत की दस्तक को पैरों तले ना रोध दे बेमेल से शब्द, आओ सनम खोमोशियो का सौदा करें ।
ख्वाईशो की रूह से लिपटी जिन्दी मोत सी तलखतर ना हो जाए, आओ सनम बे-परवाही का सौदा करें ।
हर तरफ बिखर ना जाए यादों की तस्वीरें , आओ सनम आज मे जीवन के प्रति पल का सौदा करें ।