मेरा शहर
प्रयाग वो शहर है जो हिन्दू संस्कृति का मुख्य केन्द्र है, प्रयाग वो शहर है जहाँ जीवन दायिनी माँ गंगा, कालिन्दी और सरस्वती (अदृश्य) का संगम होता है और इसके विपरीत इलाहाबाद वो शहर है जहाँ केवल और केवल इन नदियों का ही नहीं अपितु भारतवर्ष की सम्पूर्ण संस्कृतियों का संगम होता है।
प्रयाग वह शहर है जिसके विषय में हमने लोगों से सुना है, जिसे हमने वेदों में पढ़ा है; लेकिन इलाहाबाद वो शहर है जिसे हमने बचपन से देखा है, जिसकी गलियों में हम बड़े हुए। इलाहाबाद वो शहर है जिसे हमने जिया है, जिसे हमने जाना है।
–विवेक भूषण पाण्डेय