मेरा शहर- मुंगेर
चंदन है मुंगेर की माटी
कण -कण इसका महान है
है सर्व -धर्म समभाव की भूमि
यहां उर्वर खेत- खलिहान है।
यहां गंगा की कष्टहरणी है
यहां वरदानों की मां चंडी है
सीताकुंड- सीताचरण यहां है
दान का स्थल कर्णचौड़ा है
पिरनाफा दरगाह यहां पर
ऋषि मुग्दल का आश्रम है
सिद्धार्थ की तपोभूमि यहां है
मीर कासिम का किला खड़ा है
चंदन है मुंगेर की माटी
कण -कण इसका महान है
यह सोमतीर्थ, यह श्रम तीर्थ
गंगा दर्शन का योगतीर्थ यहां
शारदीय नवरात्रि की जगदम्बा है
बंदूक, सिगरेट, रेल कारखाना है
सेवा सदन पुस्तकालय यहां है
गौर बाबू का औषधालय है
चौक -चौराहों पर लगे हुए हैं
महापुरुषों के प्रेरक स्मारक हैं।
चंदन है मुंगेर की माटी
कण -कण इसका महान है
है सर्व- धर्म समभाव की भूमि
यहां उर्वर खेत -खलिहान है।
****************************************
@स्वरचित : घनश्याम पोद्दार, मुंगेर