मेरा वज़ूद इस जहाँ में ना होता
मुक्तक……..
मेरा वज़ूद इस जहाँ में ना होता
माँ अगर तेरा हाथ ना होता.
भटकता रहता यूँ ही खुले आसमाँ में
अगर माँ तेरा आशीर्वाद न होता।
भूपेंद्र रावत
मुक्तक……..
मेरा वज़ूद इस जहाँ में ना होता
माँ अगर तेरा हाथ ना होता.
भटकता रहता यूँ ही खुले आसमाँ में
अगर माँ तेरा आशीर्वाद न होता।
भूपेंद्र रावत