Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Sep 2020 · 1 min read

मेरा ये ख्याल है

1.मेरा ये ख्याल है
तेरा ही प्यार है
रह रह कर याद तेरी
आती है बहुत।

2.दिल की नजदीकियां बता देती है
कोई अपना मुसीबत में है।

बृन्दावन बैरागी”कृष्णा”

Language: Hindi
3 Likes · 297 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*जिसने भी देखा अंतर्मन, उसने ही प्रभु पाया है (हिंदी गजल)*
*जिसने भी देखा अंतर्मन, उसने ही प्रभु पाया है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
जीवन से अज्ञानता का अंधेरा मिटाते हैं
जीवन से अज्ञानता का अंधेरा मिटाते हैं
Trishika S Dhara
माँ-बाप का मोह, बच्चे का अंधेरा
माँ-बाप का मोह, बच्चे का अंधेरा
पूर्वार्थ
प्रेम
प्रेम
Dr.Archannaa Mishraa
तुम अपने माता से,
तुम अपने माता से,
Bindesh kumar jha
काल भैरव की उत्पत्ति के पीछे एक पौराणिक कथा भी मिलती है. कहा
काल भैरव की उत्पत्ति के पीछे एक पौराणिक कथा भी मिलती है. कहा
Shashi kala vyas
फिर आओ की तुम्हे पुकारता हूं मैं
फिर आओ की तुम्हे पुकारता हूं मैं
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी "
मुझे उस पार उतर जाने की जल्दी ही कुछ ऐसी थी
मुझे उस पार उतर जाने की जल्दी ही कुछ ऐसी थी
शेखर सिंह
"सिलसिला"
Dr. Kishan tandon kranti
लोग   हमको   बुरा   समझते    हैं,
लोग हमको बुरा समझते हैं,
Dr fauzia Naseem shad
तेरे जाने के बाद बस यादें -संदीप ठाकुर
तेरे जाने के बाद बस यादें -संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
श्राद्ध पक्ष
श्राद्ध पक्ष
surenderpal vaidya
उस
उस"कृष्ण" को आवाज देने की ईक्षा होती है
Atul "Krishn"
मैंने आईने में जब भी ख़ुद को निहारा है
मैंने आईने में जब भी ख़ुद को निहारा है
Bhupendra Rawat
इजहार ए इश्क
इजहार ए इश्क
साहित्य गौरव
उसकी याद में क्यों
उसकी याद में क्यों
Chitra Bisht
कटु दोहे
कटु दोहे
Suryakant Dwivedi
कोई यहाॅं बिछड़ते हैं तो कोई मिलते हैं,
कोई यहाॅं बिछड़ते हैं तो कोई मिलते हैं,
Ajit Kumar "Karn"
कौन किसके सहारे कहाँ जीता है
कौन किसके सहारे कहाँ जीता है
VINOD CHAUHAN
भ्रूण हत्या:अब याचना नहीं रण होगा....
भ्रूण हत्या:अब याचना नहीं रण होगा....
पं अंजू पांडेय अश्रु
आजादी दिवस
आजादी दिवस
लक्ष्मी सिंह
तुम भी पत्थर
तुम भी पत्थर
shabina. Naaz
तुम याद आये !
तुम याद आये !
Ramswaroop Dinkar
तुमने अखबारों में पढ़ी है बेरोज़गारी को
तुमने अखबारों में पढ़ी है बेरोज़गारी को
Keshav kishor Kumar
विश्व धरोहर हैं ये बालक,
विश्व धरोहर हैं ये बालक,
पंकज परिंदा
अन्ना जी के प्रोडक्ट्स की चर्चा,अब हो रही है गली-गली
अन्ना जी के प्रोडक्ट्स की चर्चा,अब हो रही है गली-गली
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
करके ये वादे मुकर जायेंगे
करके ये वादे मुकर जायेंगे
Gouri tiwari
3872.💐 *पूर्णिका* 💐
3872.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
जुदाई का प्रयोजन बस बिछड़ना ही नहीं होता,
जुदाई का प्रयोजन बस बिछड़ना ही नहीं होता,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
चंद अश'आर ( मुस्कुराता हिज्र )
चंद अश'आर ( मुस्कुराता हिज्र )
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
Loading...