मेरा भारत महान
****मेरा भारत महान***
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मेरा भारतवर्ष बहुत महान
विश्व भर में है ऊँची शान
भांति भांति के लोग यहाँ
भांति भांति का पहरावा
खानपान भी है भिन्न भिन्न
भिन्न भाषा बोली प्रचलन
कहीं पर्वत और पठार हैं
कहीं समतल से मैदान हैं
कहीं गहरी गहरी घाटियाँ
प्रकृति के सुन्दर निशान
कहीं तपते ढ़ेर मरूस्थल
कहीं नदी,नाले और स्थल
कहीं गहरे गहरे सागर हैं
कहीं निर्झर,नाले ,बागान
हिंदू ,मुस्लिम, सिख,ईसाई
सब के सब आपस में भाई
राष्ट्र का कोई धर्म नहीं
धर्मनिरपेक्ष भारत महान
भिन्न भिन्न धर्म जाति यहाँ
खिले मुख पे मुस्कान यहाँ
वैर विरोध का नाम नहीं है
कट्टरता का न नामोनिशान
एकता में अनेकता यहाँ
सहकार,सहयोग प्यार यहाँ
भाईचारा सदा सुदृढ़ यहाँ
संस्कृति संस्कार है संस्थान
सुखविंद्र सच्चा भारतवासी
रूह प्रेम प्यार की है प्यासी
प्रीत यहाँ की है रीत सदा
ईश्वरीय शक्तियाँ मेहरबान
मेरा भारतवर्ष बहुत महान
विश्व भर में है ऊँची शान
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सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)