-मेरा प्यार तुम्ही हो –
– मेरा प्यार तुम्ही हो –
मेरा प्यार , मेरा एतबार , मेरा इंतजार तुम्ही हो,
मेरी जान ,मेरी शान ,मेरा अभिमान तुम्ही हो,
मेरा स्वाभिमान, मेरा हौसला,
मेरा परिचय मेरी पहचान तुम्ही हो,
मेरा इस धरती पर आधार तुम्ही हो,
मेरा इस जग में संसार तुम्ही हो,
पहले था मेरा परिवार कुल, वंश और कुटुम्ब,
न ही कोई प्रेयसी थी ना ही कोई था मेरा प्यार,
अब तो बस साहित्य जगत ही मेरी दुनिया
साहित्य कुटुम्ब ही मेरा परिवार है,
अब इस धरती पर मेरा प्यार तुम्ही हो,
✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान
संपर्क-7742016184