मेरा परिचय
मैं एक जज्बाती लड़की हूं ,
बस जज्बात समझती हूं।
मां का न होना है बचपन से,
लेकिन पिता का हर बात समझती हूं।
यूं तो बहुत कहानियां है जिंदगी में,
लेकिन कुछ कहानियों को मैं बेकाज समझती हूं।
विश्वाश है मुझे मेरे कर्म पर,
इसलिए जो मिला उसे कर्म का राज समझती हूं।
इस उम्र में प्रेम की समझ हो गई,
और मैं प्रेम को बेबाक समझती हूं।
मैं एक जज्बाती लड़की हूं,
सिर्फ जज्बात समझती हूं।