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12 Dec 2018 · 2 min read

मेरा परिचय !!

देवी और सज्जनों आप सभी को मेरा नमस्कार ! मैं आप सभी का सहृदय आभार अभिनन्दन करता हूँ, वन्दन एवं सादर अभिवादन करता हूँ । मेरे प्यारे दोस्तो ! मैं अपने जीवन का आत्म परिचय, अपना संघर्ष अपने सपनो को और मानव जीवन के उद्देश्य को अपने इस रचना मे सार्थक करने का प्रयास किया हैं । जिससे अपने देश के नौजावन पीढ़ी को मार्गदर्शन हो सके और अपने लक्ष्य के प्रति अग्रसर हो सके। अपने देश और समाज के लिए कुछ कर जाये और अपने देश भारत के विश्व गुरु का परचम फिर से लहा रहा सके। आप लोगों के बीच ये रचना निवेदित करता हूँ ,,,,,

मेरा परिचय!!

जीवन के विहंगम मे खोजता हुआ संगम हूँ मैं ,
जीवन के उधेड़बुन मे खोजता हुआ रास्ता हूँ मैं ,,
जीवन के हौसले के चट्टान पर, लिखी हुई इबारत हूँ मैं !
जीवन के संघर्ष मे तपती हुई धूप हूँ मैं ,
न गरजने वाले वर्षा की बूँद हूँ मैं !
जीवन के अंधेरी कोठरी मे , उम्मीद कि किरण लालटेन कि रोशनी हूँ मैं।
जीवन के जर्जर बारिश के बूँदों से टपकती हुयी मिट्टी के घर का प्रवासी हूँ मैं!
इसी मिट्टी के घर मे जीवन के सपने बुनने वाला आशावादी हूँ मैं।
अपने माता-पिता ,पूर्वजों, आदर्शो एवं देश का सपना हूँ मैं!
जीवन का एक नया इतिहास लिखने आया हूँ मैं ,
मानव को मानवता से प्रेम कराने आया हूँ मैं !
जीवन से सुलझा हुआ इंसान हूँ मैं ,
जीवन का हर इम्तिहान देने आया हूँ मैं !
जीवन के पगडंडियो से चलता हुआ आया हूँ मैं ,
जीवन के बुलंदियो के शिखर को छूने आया हूँ मैं !
मेरे जीवन का परिचय इतना इतिहास यहीं ,
मैं अपने ध्वज को गगन मे फैराने आया हूँ मैं ,
भारत माँ के चरणों मे अपने प्राणो को समर्पित करने आया हूँ मैं !!!
– शुभम इन्द्र प्रकाश पाण्डेय
ग्राम व पोस्ट कुकुआर, पट्टी , प्रतापगढ़ , उत्तर प्रदेश

Language: Hindi
1 Like · 388 Views
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