मेरा दोस्त बड़ा दिलवाला
कसम खाता है क्या कोई? दोस्ती के पाक नाम की,
मैं बातें करता हूं सिर्फ ,अपने दोस्त के इमान की।
हो जाता हूं मैं गर्व वाला।।
मेरा दोस्त बड़ा दिलवाला।
तख्त ताज तक क्या चीज, उसके आगे सब फीका,
मेरे दिल पर नाम लिखा है,सबसे पहले उसी का।
वह है मेरी चाबी का ताला।।
मेरा दोस्त बड़ा दिलवाला।
दुख जब मुझ पर आता, मेरा दोस्त आगे अड जाता,
रख देता कंधे पर हाथ ,प्यार से मुझको सहलाता।
बन जाता है मेरा रखवाला।।
मेरा दोस्त बड़ा दिलवाला।।
दो जिस्म एक जान यह सब, होती है कहने की बात,
मेरा दोस्त मेरे दुख में ,कर देता है एक दिन रात।
मैं हूं बड़ा किस्मत वाला।।
मेरा दोस्त बड़ा दिलवाला।।
बचपन के हैं हम साथी ,जैसे होते दीपक और बाती
बात दिल से जुबां पर आ जाए, है सच्ची कहलाती।
पिलाया मधुकर का प्याला।।
मेरा दोस्त बड़ा दिलवाला।