मेरा दामन कभी मत छोड़ना
मैं भटकी हुई नहीं
विचलित नहीं
घबराई हुई नहीं
मुझे किसी का सहारा नहीं
चाहिए
हे मेरे ईश्वर
मेरे परमात्मा
बस तुम अपनी कृपा दृष्टि
मुझ पर बनाये रखना
अपने आशीष की बौछारों से
कभी वंचित न करना
मुझे कभी अनाथ
अकेला
अपाहिज सा
महसूस मत होने देना
हे प्रभु
मुझे अपनी ही तरह
पूर्ण होने का अहसास
करवाना
मेरे दिल में ही रहना
मुझसे दूर कभी कहीं मत जाना
मैं तुम्हारे दर्शन की अभिलाषी
तुम्हारे प्रेम की प्यासी
तुम्हारी भक्त
तुम्हारी आराधना में लीन
तुम्हारे चरणों की दासी
मेरा दामन कभी मत
छोड़ना
जैसे मैंने तुम्हें थाम रखा है
वैसे ही तुम भी मुझे
थामना।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001