“मेरा ज़मीर अभी ज़िंदा है”
मै अभी झुका नहीं, मेरा ज़मीर अभी ज़िंदा है।
सुल्तान हू अपनी सल्तनत का,लेकिन दिल में फ़क़ीर अभी ज़िंदा है।
गिरा नहीं सकता मुझे कोई, क्योंकि हौसला अभी ज़िंदा है।
हार सकता हूं ज़िन्दगी अपनी,लेकिन जीतने की ज़िद अभी ज़िंदा है।