मेरा कफन तिरंगा हो
मेरा मान तिरंगा हो ,मेरी जान तिरंगा हो
मेरी आन तिरंगा हो ,मेरी शान तिरंगा हो
जब उठे मेरी टिकठी ,मेरा कफन तिरंगा हो
महबूब मेरा तू ही , तू ही मेरा दिलबर हो
मां का आंचल तू ही, तू ही मेरा रहबर हो
हो निकले जब जान मेरी , मेरी रूह तिरंगा हो
मेरा कर्म तिरंगा हो , मेरा धर्म तिरंगा हो
अभिमान तिरंगा हो , सम्मान तिरंगा हो
जब उठे मेरी अर्थी, मेरा कफन तिरंगा हो
सांसों में मेरी तू , तू ही मेरे मन में हो
दुनिया है तू मेरी , तू ही मेरा अपना हो
जब डूबे मेरी कश्ती, पतवार तिरंगा हो
मंजिल है तू मेरी, तू ही मेरा सपना हो
ख्वाहिश हो तू मेरी, तू ही मेरा जीवन हो
जब लहराए कोई ध्वज, हर बार तिरंगा हो
मेरा काम तुझी से हो , मेरा नाम तुझी में हो
भक्ति हो तू मेरी , तू ही मेरी शक्ति हो
तू लहराए से ऐसे, जैसे विजय पताका हो
ईमान तिरंगा हो , अरमान तिरंगा हो
मेरी जान तिरंगा हो , मेरी शान तिरंगा हो
जब उठे मेरी अर्थी , मेरा कफ़न तिरंगा हो