मेरा उत्तराखण्ड
मेरी रचना ” मेरा उत्तराखण्ड ” से कुछ पंक्तियां —
ये मेरा उत्तराखण्ड है
देवभूमि उत्तराखण्ड है
गंगा का उद्गम है
त्रिवेणी संगम है
देवो का वास है
ऋषिमुनियों का निवास है
हिमालय की गोद में स्वर्ग का खंड है
ये देवभूमि उत्तराखण्ड है।।
यहां तपस्या की लक्ष्मण ने
पूजा की राम ने
भागीरथ ने गंगा बुलाई
सीता जी समाई राम में।।
कालिदास ने लिखा शकुन्तला-दुष्यंत को
ज्ञान की प्राप्ति हुई स्वामी विवेकानंद को
गये थे पांडव स्वर्ग में, यही से है स्वर्ग का रास्ता
यहां जन्मा वो भरत, भारत का है जिससे वास्ता ।
आती है बहुत आपदायें ना जाने किस बात का दंड है
ये मेरा उत्तराखण्ड है, देवभूमि उत्तराखण्ड है ।।
नितिन पंडित