मेरा ईश्वर पत्थर है
सब कहते हैं पत्थर है।
पर मेरा तो ईश्वर है।
उसे चाहना मेरी पूजा,
उसे मनाना मुझ पर है।
वह माने या रूठे, ऐंठे,
सुख दे दुख दे उस पर है।
बहुत सरल है सच कह देना,
सच सुन पाना दुष्कर है।
सुनकर मुझको कहते हैं सब,
शायद आया पीकर है।
खालिस गम के प्याले पीकर,
उसने गाया खुलकर है।
जिसको मैंने गले लगाया,
उसकी बगल में नश्तर है।
पत्थर भी ईश्वर है मेरा,
मेरा ईश्वर पत्थर है।
संजय नारायण