आख़री तकिया कलाम
मेरा आख़री तकिया कलाम यही है , मैं सब कुछ लिखना चाहता हूँ ताकि जिंदगी को कोई भी दुबारा शुरू कर सके , और ये देखे ,पढ़े की ‘ नही कुछ भी नही रखा है इस बवाली और उतवाली जिंदगी में ‘ जिसके लिए हम थरथरा रहे हैं
मेरी आखिरी इच्छा भी यही है ।
-rohit