Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Aug 2016 · 1 min read

मेघा

घिर – घिर आये मेघा चमके , बदरी में बिजुरी .
चंचल पवन उड़ाये रही – रही , गॊरी की चुनरी .
मेघा आये – दरस दिखाये , बिन बरसे चल जाये .
बादल उमड़ – घुमड़ कर गरजे , जानें क्या कह जाये .
किसानों से आँखमिचौली , खेले क्यों बदरी .
चंचल पवन उड़ाये रही – रही , गॊरी की चुनरी .
हरी – हरी चूड़ियाँ हाथ में मेहन्दी ,धानी चुनरिया .
नीम की डाली -झुला डाली , झूले संग सखिया .
झूले -झुलावे मिल कर गावे , सावन में कजरी .
चंचल पवन उड़ाये रही – रही , गॊरी की चुनरी .
मेघा बरसो पर ना बरसो , बाढ़ ही आ जाये .
दिन – दुखियों पर रहम करो , कहीं गाँव न छूट जाये .
छीजे छज्जा नाहीं टूटे , माटी की बखरी .
चंचल पवन उड़ाये रही – रही , गॊरी की चुनरी .
— सतीश मापतपुरी .

Language: Hindi
Tag: गीत
339 Views

You may also like these posts

बेचैन स्मृतियां
बेचैन स्मृतियां
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
कदम रोक लो, लड़खड़ाने लगे यदि।
कदम रोक लो, लड़खड़ाने लगे यदि।
Sanjay ' शून्य'
हांथ जोड़ते-पैर पड़ते हैं, हर खता के बाद वो।
हांथ जोड़ते-पैर पड़ते हैं, हर खता के बाद वो।
श्याम सांवरा
प्रत्याशा
प्रत्याशा
Omee Bhargava
अंधेरों में कटी है जिंदगी अब उजालों से क्या
अंधेरों में कटी है जिंदगी अब उजालों से क्या
डॉ कुलदीपसिंह सिसोदिया कुंदन
नामुमकिन है
नामुमकिन है
Dr fauzia Naseem shad
एक चुटकी सिन्दूर
एक चुटकी सिन्दूर
Dr. Mahesh Kumawat
अज़ीज़-ए-दिल को भी खोना नसीब है मेरा
अज़ीज़-ए-दिल को भी खोना नसीब है मेरा
आकाश महेशपुरी
जय जोहार
जय जोहार
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
गुलाम
गुलाम
Punam Pande
मेघा आओ
मेघा आओ
Dr Archana Gupta
“अर्थ” बिना नहीं “अर्थ” है कोई ...
“अर्थ” बिना नहीं “अर्थ” है कोई ...
Sunil Suman
कविता
कविता
Nmita Sharma
🙅फ़ॉलोअर्स🙅
🙅फ़ॉलोअर्स🙅
*प्रणय*
" दबाव "
Dr. Kishan tandon kranti
ग़ज़ल-समय की ताल पर
ग़ज़ल-समय की ताल पर
Shyam Vashishtha 'शाहिद'
3128.*पूर्णिका*
3128.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ना फूल मेरी क़ब्र पे
ना फूल मेरी क़ब्र पे
Shweta Soni
किसी के साथ वक्त बिताना एक अनमोल तोहफा है उसकी कद्र करके रिश
किसी के साथ वक्त बिताना एक अनमोल तोहफा है उसकी कद्र करके रिश
पूर्वार्थ
स्टिल् यौर्स ❤❤
स्टिल् यौर्स ❤❤
शिवम "सहज"
दर्द -ऐ सर हुआ सब कुछ भुलाकर आये है ।
दर्द -ऐ सर हुआ सब कुछ भुलाकर आये है ।
Phool gufran
Sometimes we say sorry because we deserve peace of mind and
Sometimes we say sorry because we deserve peace of mind and
PANKAJ KUMAR TOMAR
ए जिंदगी तेरी किताब का कोई भी पन्ना समझ नहीं आता
ए जिंदगी तेरी किताब का कोई भी पन्ना समझ नहीं आता
Jyoti Roshni
मैं अंधियारों से क्यों डरूँ, उम्मीद का तारा जो मुस्कुराता है
मैं अंधियारों से क्यों डरूँ, उम्मीद का तारा जो मुस्कुराता है
VINOD CHAUHAN
यूं सजदे में सर झुका गई तमन्नाएं उसकी,
यूं सजदे में सर झुका गई तमन्नाएं उसकी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
वीर बालिका
वीर बालिका
लक्ष्मी सिंह
हुस्नों ज़माल पर ये मचलता नहीं है क्यों
हुस्नों ज़माल पर ये मचलता नहीं है क्यों
अरविन्द राजपूत 'कल्प'
*पहाड़ से आए ज्योतिषियों ने बसाया रामपुर का 'मोहल्ला जोशियान
*पहाड़ से आए ज्योतिषियों ने बसाया रामपुर का 'मोहल्ला जोशियान
Ravi Prakash
मुझे वास्तविकता का ज्ञान नही
मुझे वास्तविकता का ज्ञान नही
Keshav kishor Kumar
.......अधूरी........
.......अधूरी........
Naushaba Suriya
Loading...