मेघनाद
लंका का वह गर्व धरोहर, कुल का वह अभिमान हैं
इंद्रदेव को जीतने वाला, वह बालक तो बलवान हैं
युद्ध को निर्णायक पथ पर, करना उसकी शान हैं
आत्मज जी के आदेशों का पालन ही पहचान हैं
पिता भक्त रामायुध्द का नायक बड़ा महान हैं
करुणा निधान शेषनाथ को शेषनाग से बाँधा हैं
युद्ध में हर्षित होने वाला, योध्दा की राहे आधा हैं
विफल होकर रण भूमि में, शक्ति बाण को साधा हैं
सुलोचना के पति देव को श्रीराम प्रभु का सम्मान हैं
पिता भक्त रामायुध्द का नायक बड़ा महान हैं