मृदा प्रदूषण घातक है जीवन को
भूमि अपनी हो गयी मैली,
होती थी उपजाऊ और सुनहली,
स्वस्थ मृदा मे बोते थे बीज,
लालच मे पड़ कर खाते है विष,
रासायनिक उर्वकों का उपयोग,
जहरीले कीटनाशको का अति प्रयोग,
पोषक तत्वों की कमियाँ हो जाती,
कारखानो के कचरे जब फेकतें,
प्रदूषक मिलने से धरती अब रोती,
मृदा प्रदूषण विश्वव्यापी समस्या है उभरती।
रोकथाम यदि जल्दी ना सीखा,
अंधे लगड़े-लूले होगे सब पैदा,
जीन मे परिवर्तन होगा फिर जरूर,
खुद परिवर्तन करते यदि नहीं शुरु,
मृदा प्रदूषण घातक है जीवन को,
इसी मृदा से जुड़ कर है जीते,
फसले अपनी होंगी बर्बाद,
जैव विविधता को पहुँचेगी हानि,
रोका नहीं यदि मृदा प्रदूषण आज,
पर्यावरण का होगा विनाश।
बुद्ध प्रकाश,
मौदहा हमीरपुर।