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19 May 2021 · 1 min read

मृत्यु आ जाने से पहले…

मृत्यु आ जाने से पहले, प्रेम का चंदन ले आओ।
क्षीण बाहें कांपती हैं, नेह आलिंगन ले आओ।।

पट रही है ये धरा अब, मानवी-निश्चेष्ट तन से,
खुल चुकी हैं मुट्ठियां भी, जो बंधी थीं क्षणिक धन से।

टूटती हैं तन शिराएं, सजग अभिनंदन ले आओ।
मृत्यु आ जाने से पहले, प्रेम का चंदन ले आओ।।

पवन में चीखें घुली हैं, घूरती बुझती चिताएं।
जन्म-जन्मांतर के साथी, पर कहां संग मिट भी पाएं।

भ्रमित स्वर-लहरी न भाए, गीत का गुंजन ले आओ।
मृत्यु आ जाने से पहले, प्रेम का चंदन ले आओ।

जागकर मधुरिम सवेरा, दे नहीं ऊर्जा रहा है।
दु:ख कतारों में खड़ा, हर पीर को उलझा रहा।

जन्म लें कुछ नव-कथाएं, जागृति नंदन ले आओ।
मृत्यु आ जाने से पहले, प्रेम का चंदन ले आओ।

स्वरचित
रश्मि लहर
लखनऊ

Language: Hindi
3 Likes · 324 Views
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