मूँगफली और गजक
सर्द में मूँगफली और गजक
सर्द अच्छी जब ये हो कड़क
जब सिकुड़ने लगे अंग अंग
कम्पित होती हो जब रग रग
याद आते हीटर और अलाव
दूर कहीं न जाए हम जनाव
तब लगे राहगीर शून्य सड़क
सर्द में मूँगफली और गजक
सर्द अच्छी जब ये हो कड़क
रजाई से अच्छा कोई मीत नहीं
इसके अलावा चाहे कोई हित नहीं
स्वेटर कोट है यूँ तो यार हमारे
यह ही तो हम पर बलिहार सारे
पहन ओढ़ रहे न दिखाए तड़क
सर्द में मूँगफली और गजक
सर्द अच्छी जब ये हो कड़क
बाजरा चना सरसों भाजी भाती
खा खा सखियाँ भी खूब सिहाती
सर्द घुस अन्दर तक हाड़ कंपाये
ऐसे में चाय महिमा हर कोई गाये
ओढ़ पहन रहो न दिखा भड़क
सर्द में मूँगफली और गजक
सर्द अच्छी जब ये हो कड़क