मुहोबत नहीं दिखावा
जीतेजी तो हमसे बात तक नहीं की ,
और मरने के बाद ये तस्वीर के सामने बैठे हैं।
यह मुहोबत तो बिल्कुल नहीं दिखावा है,
या फिर अपने गुनाहों पर शर्मसार हुई बैठे है ।
जीतेजी तो हमसे बात तक नहीं की ,
और मरने के बाद ये तस्वीर के सामने बैठे हैं।
यह मुहोबत तो बिल्कुल नहीं दिखावा है,
या फिर अपने गुनाहों पर शर्मसार हुई बैठे है ।