गीत- तुझे देखा लगा ऐसा…
तुझे देखा लगा ऐसा तुम्हारा साथ मिल जाए।
मेरा जीवन तुझे पाकर चमन माफ़िक हो खिल जाए।।
तेरा ईमान मखमल है लिए हर रीत सावन-सी।
तेरी बातें लगें रेशम हृदय में प्रीत मधुबन-सी।
मिलूँ तुमसे खिलूँ तुमसा सँवर हर ऐक पल जाए।
मेरा जीवन तुझे पाकर चमन माफ़िक हो खिल जाए।।
कभी सूरत कभी सीरत कभी अंदाज़ भाता है।
जहाँ देखूँ वहीं कमसिन नज़र मद रूप आता है।
तुम्हारे साथ बिन अब आज बीता रुत न कल जाए।
मेरा जीवन तुझे पाकर चमन माफ़िक हो खिल जाए।।
तेरी ये सादगी ‘प्रीतम’ सभी दिल जीत लेती है।
ख़ुशी हँसकर ख़ुशी के सब बने हर गीत लेती।
मेरी रूह अब तुझमें लिए हूँ सोच ढ़ल जाए।
मेरा जीवन तुझे पाकर चमन माफ़िक हो खिल जाए।।
आर. एस. ‘प्रीतम’