” मुस्कुराने की आदत है “
तेरे संग हर पल को बांटने की आदत है ,
तेरे पहलू में बस जाने की आदत है ,
हर पल तुझे गुनगुनाने की आदत है ,
हां ! मुझे मुस्कुराने की आदत है ।
कुछ पल के लिए खुद में खो जाने की आदत है ,
ना आस्तिक ना नास्तिक बस वास्तविक बन जाने की आदत है ,
कुछ शब्दों में बहुत कुछ कह जाने की आदत है ,
हां ! मुझे मुस्कुराने की आदत है ।
हर ग़म को पी जाने की आदत है ,
बेवजह प्यार जताने की आदत है ,
तेरे सजदे में सर झुकाने की आदत है ,
हां ! मुझे मुस्कुराने की आदत है ।
? धन्यवाद ?
✍️ ज्योति ✍️
नई दिल्ली