Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
Nisha Garg
18 Followers
Follow
Report this post
22 Apr 2020 · 1 min read
मुस्कुराना
तुम तो यूँ ही “आँसुओ” से परेशान हो.
यकीन मानो “मुस्कुराना” और भी ‘मुश्किल’ है.
Language:
Hindi
Tag:
ग़ज़ल/गीतिका
Like
Share
1 Like
· 240 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
You may also like:
समय बदलता तो हैं,पर थोड़ी देर से.
Piyush Goel
*करो योग-व्यायाम, दाल-रोटी नित खाओ (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
*सच्चा दोस्त*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
एक कहानी लिख डाली.....✍️
singh kunwar sarvendra vikram
#नादान प्रेम
Radheshyam Khatik
लोकसभा बसंती चोला,
SPK Sachin Lodhi
राह मुझको दिखाना, गर गलत कदम हो मेरा
gurudeenverma198
सम्भव नहीं ...
SURYA PRAKASH SHARMA
"तिलस्मी सफर"
Dr. Kishan tandon kranti
जय श्री राम
Indu Singh
सोच
Dinesh Kumar Gangwar
3131.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हसरतें बहुत हैं इस उदास शाम की
Abhinay Krishna Prajapati-.-(kavyash)
बाल एवं हास्य कविता : मुर्गा टीवी लाया है।
Rajesh Kumar Arjun
चांदनी रातों में
Surinder blackpen
ठंड
Ranjeet kumar patre
Kya ajeeb baat thi
shabina. Naaz
..
*प्रणय*
चवपैया छंद , 30 मात्रा (मापनी मुक्त मात्रिक )
Subhash Singhai
आ जाते हैं जब कभी, उमड़ घुमड़ घन श्याम।
surenderpal vaidya
जादू था या तिलिस्म था तेरी निगाह में,
Shweta Soni
मेरी कलम से…
Anand Kumar
अर्धांगिनी सु-धर्मपत्नी ।
Neelam Sharma
साँझ- सवेरे योगी होकर, अलख जगाना पड़ता है ।
Ashok deep
मनुष्य अंत काल में जिस जिस भी भाव को स्मरण करता हुआ शरीर त्य
Shashi kala vyas
आप ही बदल गए
Pratibha Pandey
नया से भी नया
Ramswaroop Dinkar
सही कदम
Shashi Mahajan
दिल दिमाग़ के खेल में
Sonam Puneet Dubey
वैराग्य ने बाहों में अपनी मेरे लिए, दुनिया एक नयी सजाई थी।
Manisha Manjari
Loading...