मुस्कुराना चाहिये
ज़िन्दगी के दिन चार, रो रो के नहीं गुज़ार,हमें हर हाल में ही, मुस्कुराना चाहिये
करके गलत काम, नहीं मिलता आराम, मन पर नियंत्रण,भी लगाना चाहिए
सेवा धर्म मान कर, खूब धन दान कर, पुण्य अच्छे कर्मों का भी ,तो कमाना चाहिये
ये भी एक ‘अर्चना’ है, कड़वे वचन कह, कभी किसी का भी दिल,न दुखाना चाहिए
30-10-2020
डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद