मुस्कुराते है चंद चेहरे….
दुःख के तपिश में
फिर भी मुस्कुराते है चंद चेहरे
अपने दम पर,
बादशाह से कम नहीं इनकी हस्ती,
हर पल है इनकी मस्ती
जीना इसी का नाम है
खिलखिलाती सुबह
मस्त शाम है,
दुःख के तपिश में
फिर भी मुस्कुराते है चंद चेहरे
अपने दम पर….
^^^^दिनेश शर्मा^^^^