मुस्कान
जैसे एक रोगी बिना,
दवाई के ठीक नही हो सकता।
उसी प्रकार एक चेहरा बिना मुस्कान के कभी अच्छा नहीं लग सकता
हम जिंदगी की इस दौड़ में,
मानो जीना भूल गए हंसकर ।
और बस जिंदगी जिए जा ,
रहे हैं बोझ समझ कर।
हां ये बात सही है पैसा जरूरी है,
जिंदगी की गाड़ी चलाने के लिए।
पर उतनी ही जरूरी है चेहरे की,
मुस्कान जिंदगी रंगीन बनाने के लिए ।
हम लोगों के लिए किसी भी,
चेहरे को रुलाना या उसकी,
मुस्कान गायब करना आसान होता है।
पर किसी एक रोते हुए चेहरे को,
हंसाना जिंदगी कुर्बान करने जैसा होता है ।
अपनी पूरी जिंदगी लगा देते हैं हम,
पैसा कमाने में ।
और इस दौरान हंसना भूल जाते हैं ,
हम अपने ही आशियाने में ।
अरे! एक बार किसी की ,
खोई हुई मुस्कान लौटा कर तो देखो।
जिंदगी में वह रोशन व सुकून प्राप्त होगा,
एक बार आजमा कर तो देखो ।
धरती पर आए हैं तो एक ,
पहचान बना कर जाओ।
हर चेहरे पर हमारे नाम से,
मुस्कान आए ।
वह यादें संसार में छोड़कर जाओ।